
How conversions started ?
💐कटु सत्य 💐
आज का ईसाई पहले हिंदू था
आज का मुस्लिम पहले हिंदू था
आज का सिख पहले हिंदू था
👆कटु किन्तु सत्य 👇
पाँच पीडी पहले सारे सिख हिंदू थे , और अपना धर्म परिवर्तन करके सिख बने की मुग़लों से संघर्ष करना हे
उसके लिए धर्म परिवर्तन की क्या आवश्यकता थी ?
क्या सिख की जगह
“सनातनि सेना “ राम सेना , शिव सेना , हिंदू सेना नहीं बन सकती थी ?
धर्म परिवर्तन पिछले पाँच सो साल से चल रहा हे , क्या ये हिंदू कभी समझा ?
भागवत गीता में साफ़ लिखा हे 👇अपने धर्म के बारे में , पर क्या कभी किसी तथा कथित गुरु ने पढ़ा या पढ़ाया ?
गीता अध्याय 3 श्लोक 35 में सुस्पष्ट कहा है कि अच्छी प्रकार आचरण में लाये हुए दूसरे के धर्म से गुणरहित भी अपना धर्म अति उत्तम है। अपने धर्म में मरना भी कल्याण कारक है, दूसरे का धर्म भय को देने वाला है।
हिंदू को मूर्ख बनाना क्या सबसे आसान नहीं हे ?
क्या उपरोक्त प्रशन पर विचार किया जा सकता हे ?
सिक्खों ने मुल्लों से लड़ने के लिए एक अलग सम्प्रदाय बनाया , और हैरानी की बात ये हे की मुग़लों से लड़ते लड़ते भी इतनी मस्जिदें , मदरसे, गुंबद , मुल्ला नाम से शहर , मुल्ला नाम से सड़कें कैसे बन गायीं???
हिंदू अंग्रेज़ी पढ़ते पढ़ते ईसाई कैसे बन गए ?
भाई जान कहते कहते हिंदू मुल्ला कैसे बन गए ?
विद्वता ज्ञान के साथ कर्म में भी होनी चाहिए
ज्ञान जो अभ्यास में नहीं लिया वो मात्र श्रम था ।
लाल कपड़े में सादर रखी गीता खोलकर पढ़ने और उस का पाठ करने से पुण्य मिलेगा और अभ्यास करने से सद्दगती ।
अपने को विद्वान दिखाने वाला कौन- एक हिंदू
अपने ६८ करोड़ तीर्थ भ्रमण ना करके दूसरे संप्रदायों पर मोमबत्ती जलाने वाला , कहीं चद्दर चढ़ाने वाला , कहीं बिना ग्रंथ पढ़े माथा टेकने वाला कौन-हिंदू
अपने अनगिनत सनातन ग्रंथ नहीं पढ़े , दूसरों के ग्रंथो को बिना पढ़े मानने वाला और अपने ग्रंथो की सत्यता पर प्रशन उठाने वाला कौन -हिंदू
जब हमारे पास हमारा सत्य सनातन धर्म हे तो हमारे लिए अन्य कोई सम्प्रदाय या पंथ विचारणीय ही क्यों ?
और उपरोक्त बातों पर विरोध देने वाले भी बुद्धि जीवी कौन होंगे -हिंदू
ज़रा सोचिए .....
राम राम













