
ईश्वर ही सबसे बड़े गुरु और अति पूजनीय हैं ॥
श्रीमद्भागवतगीता जी अध्याय 11- श्लोक संख्या -43👇
आप इस चराचर जगत के पिता और “सबसे बड़े गुरु “ एवं अति पूजनीय हैं, हे अनुपम प्रभाव वाले ! तीनो लोकों में आपके समान भी दूसरा कोई नहीं है , फिर अधिक तो कैसे हो सकता है ।
💐जय श्री कृष्ण 💐
समझ में आए तो राम राम नहीं तो राम नाम सत्य है और यह ही तथ्य है ॥
Other Blogs

सनातनी हिंदू
2025-05-27 18:15:24

स्वधर्म पालन एवं परधर्म और पंथो का तत्काल त्याग होना चाहिए
2024-08-17 04:55:27

परमात्मा अत्यंत समीप है ॥
2024-08-17 04:55:27

आतातायीयो के वध का कोई दोष नहीं
2024-08-17 04:55:27

ईश्वर ही सबसे बड़े गुरु और अति पूजनीय हैं ॥
2024-08-17 04:55:27

संत का उपदेश
2024-08-17 04:55:27

विसर्जन-का-तात्पर्य
2024-08-17 04:55:27
वेदिक विवाह
2024-08-17 04:55:27

क्या कलियुग से पहले अन्य मनुष्य निर्मित सम्प्रदाय/धर्म थे ??
2024-08-17 04:55:27

धर्म परिवर्तन रोका जा सकता है ।
2024-08-17 04:55:27

ब्रह्मा जी की पूजा की अनिवार्यता
2024-08-17 04:55:27

अधम निम्न उत्तम और सर्वोत्तम मनुष्य के लक्षण
2024-08-17 04:55:27

हिंदू शब्द सनातन पुराणो में वर्णित हे
2024-08-17 04:55:27

प्रत्येक सनातनि का प्रण
2024-08-17 04:55:27

विज्ञान की परिभाषा
2024-08-17 04:55:27