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सोम रस के सात्विक होने का प्रमाण -ऋिग वेद


अपने सनातन देवी देवताओं का उपहास स्वयं हिंदू करता हे और कहता सुना जाता हे की इंद्र देव सोमरस का पान करते हे तो हम भी कर सकते हे ।

सोमरस मदिरा , वारूणी या शराब नहीं हे , वह पूर्णतया सात्विक हे और उसका प्रमाण ऋग्वेद से प्रेषित किया गया हे ।

 

आज कल वेदों और भगवतगीता की आड़ में सोमरस को मदिरा बताया जा रहा हे 

 

१. ये असत्य और मन घरांत हे ।

 

२. मदिरा कहाँ लिखा हे ?

 

३. कुछ भी मन में आया और वो लिख दिया ?

 

४. सनातन शास्त्रों के नाम पे अधर्म और मिथ्या ज्ञान प्रचार नरक प्राप्ति का सर्वोत्तम साधन हे ।

 

५. सोम रस जो कहा गया हे वो सात्विक भोग होता हे 

उसका मिश्रण निम्न लिखित हे 

१. सोमवल्ली जो की हिमालय पर मिलने वाली औषधि हे 

२. सत्तू 

३. गाय का दूध 

बताइए इसमें सात्विकता हे या मादकता ।

 

शराब को वारूणी , मदिरा इत्यादि नामों से जाना जाता हे ना की सोमरस

 

सोमरस शुद्ध सात्विक पेय देवताओं के भोग हेतु होता हे ।

इसकी व्याख्या वेदों में भी स्पष्ट हे ।

वेद आध्यन हेतु आप वेब्सायट से डाउनलोड कर सकते हे | 👇

 

https://sanatangurukul.org/pdf.php?id=412

 

👆🌹ऋग्वेद से सोमरस सात्विक होने के प्रमाण (ऋग्वेद)🌹

 

 

भ्रम पालने हे  या ब्रह्म को जानना हे 

चुनाव आपका 

 

🌷राम राम🌷

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